[PDF] खगोल विज्ञान – Khagol Vigyan Notes PDF

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपलोगों के साथ खगोल विज्ञान पीडीऍफ़ को शेयर करने वाल है| जिसे आप फ्री में अपने फोन या कंप्यूटर में आसानी से पढ़ सकते है| यदि आप कोई नौकरी के लिए तैयारी कर रहे है तो यह पीडीऍफ़ आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है| जिसमें आपको सरल और आसाम भाषा में समझाया गया है|

आप सबको तो पता ही होगा की ब्रह्माण्ड के अध्यन को ही खगोल विज्ञान कहते है| ब्रह्माण्ड में जो भी है सब इस विज्ञान के अंदर आ जाते है| इसी विज्ञान के अंदर ब्रह्माण्ड में होने वाली सभी घटनाओं को विस्तार से समझा जाता है| इस विज्ञान में आप पढेंगे तारा के बारे में , आकाश गंगा के बारे में, milky way, नक्षत्र, सौमंडल, ग्रह, उल्का, धुम्केती, चंद्रमा, सूर्य आदि इन सब के बारे में इस विज्ञान में आपको चर्चा मिलेगा|

खगोल विज्ञान PDF

खगोल विज्ञान में उपर के होने वाली सभी घटनाओं के बारे में अच्छे से पढ़ा जाता है| हमरे उपर अर्थात ब्रहामंड की दुरी अनंत है इसे अभी तक मापा नहीं गया है| बस इसकाअनुमान लगाया जाता है की इतना हो सकता है| नीचे हमने ब्रह्माण्ड के कुछ होने वाली घटनाओं के बारे में चर्चा करने की कोशिश की है, उम्मीद है आपको पसंद आएगी|

ब्रह्माण्ड: उपर दिखाई पड़ने वाले समस्त आकाशीय पिंडो को ब्रह्माण्ड कहते है| और धीरे-धीरे ब्रह्माण्ड बड़ा होते जा रहा है| यहाँ आपको सबसे अधिक मात्रा में तारों की संख्या मिलती है|

तारा: वैसे आकाशीय पिंड जिसके पास अपना ऊष्मा और प्रकाश दोनों ही हो तारा कहलाता है| तारा बनने से यह एक विरल गैस का गोला होता है| जब विरल गैस आपस में मिलकर घने बदल का निर्माण करती है तो इन्हें Nebula कहे है| जब इन Nebula में संलयन विधि द्वारा दहन की प्रक्रिया शुरी होती है और यह धीरे-धीरे तारो का रूप ले लेती है| तारों का रंग उसके ताप पर निर्भर करता है| यदि तारों का ताम निम्न लगभग 6000*C है तो आपको यह लाल रंग दिखाई देगा| मध्यम ताप पर यह सफेद रंग के दिखाई है| तथा उच्च ताप पर नीला रंग दिखाई देता है|

आकाश गंगा(Galaxy): ब्रह्माण्ड में तारों के असंख्यक समूह को आकाश गंगा कहते है| आकाश गंगा का आकर spiral होता है| तारे इस spiral भुजा के किनारे पाए जाते है| उसके बाद जैसे-जैसे तारों की आयु बढ़ती जाती है वैसे वह आकाश गंगा के मध्य जाने लगती है| आकाश गंगा के मध्य भाग को बल्ज कहते है और इसी भाग में Black Hole पाए जाते है|

नक्षत्र: सूर्य के समीप में पाए जाने वाले तारो के समूह को नक्षत्र कहते है| इसकी संख्या 27 है| तथा सूर्य एक महीने में 2.25 नक्षत्र को पार कर लेता है|

सौरमंडल(Solar System): सूर्य तथा उसके आस पास के ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, धूमकेतु तथा उल्कापिंड इन सभी के समूह को सौरमंडल कहा जाता है|

सूर्य: सूर्य को सौरमंडल के सबसे निकटतम तारों में से गिना जाता है| क्योंकि यह सौरमंडल के मध्य में स्थित होता है| खगोल शास्त्रीयों के अनुशार सूर्य की आयु लगभग 15 अरब वर्ष की है, जिसमें से वह 5 वर्ष आयु जी जुका है|

ब्लू मून: जब एक ही महीने में दो पूर्णिमा होती है तो पहले वाले पूर्णिमा को पूर्णिमा कहेंगे और दूसरी वाले पूर्णिमा को ब्लू मून कहेंगे| जैसे 2 अगस्त 2012 को फुल मून (पूर्णिमा) तथा 29 अगस्त 2012 को ब्लू मून पूर्णिमा हुआ था|

इस पोस्ट के द्वारा हमने खगोल विज्ञान के बारे में कुछ-कुछ बातो को बतेने की कोशिश की है| उम्मीद है आपलोगों को पसंद आई होगी| यदि आपको इसके बारे में ओर भी विस्तार से जानना है तो दिए गए डाउनलोड लिंक से जरुर download करें| आपको बहुत कुछ जानने को मिलेगी|

Khagol Vigyan PDF: Overview

PDF Nameखगोल विज्ञान PDF
LangaugeHindi & English
No. of Pages13 Pages
Size2 MB
CategoryGeography
QualityExelent

Download खगोल विज्ञान PDF

नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से आप इसे निशुल्क ही download कर सकते है|

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हमने Khagol Vigyan PDF के बारे में अच्छे से समझाने की कोशिश की है| उम्मीद है आपको पसंद आई होगी| यदि यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल रही हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें| ऐसा करने से हमें मोटिवेशन मितला हो और भी अच्छे पोस्ट लिखने की|

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