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वैसे आप सभी को पता है कि चैत्र मास में आने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूणिमा कहा जाता है| हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र का मास साल का पहला मास होता है, इसलिए इस मास को बहुत पवित्र माना जाता है| इस दिन को श्री राम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन को हनुमान जयंती भी मनाया जाता है|
PDF Name | Chaitra Purnima Vrat Katha PDF |
Language | Hindi |
No. of Pages | 2 Pages |
Size | 37 KB |
Category | Religious |
Quality | Excellent |
Chaitra Purnima Vrat Katha PDF
शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है| माना जाता है कि भगवान नारायण का आशीर्वाद पाने के लिए यह व्रत की जाती है| इस पवित्र व्रत को हम सभी को करनी चाहिए| इस दिन को दान देना का भी परंपरा माना जाता है|
माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने ब्रज में रास उत्सव मनाया था, जिसे महारास के नाम से जाना जाता है| वैसे देखा जाये तो बहुत कुछ हुआ था| इस दिन को हनुमान जी का जन्म भी हुआ था, इसलिए चैत्र पूर्णिमा को उत्तर भारत में हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है| यदि आप भी इस इस चैत्र पूर्णिमा का लाभ लेना चाहते है तो व्रत या हनुमान जयंती मना सकते है|
चैत्र पूर्णिमा पूजा विधि:
- चैत्र पूर्णिमा के दिन आप प्रात: काल में किसी पवित्र नदी, कुआ या तालाब आदि जगह में स्नान करें|
- फिर आप स्नान के बाद भगवान सूर्य को अर्घ दे, ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है|
- स्नान करने के बाद आप व्रत का संकल्प लें और भगवान नारायण का पूजा करें|
- रात्रि के समय आपको चंद्र देव की पूजा करनी है और उनको जल अर्पण करनी है|
- पूजन के बाद व्रती को दान देना चाहिए क्योंकि दान देना इस दिन बहुत ही शुभ माना जाता है|
Download चैत्र पूर्णिमा व्रत कथा PDF
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आज के इस पोस्ट के द्वारा हमने आप सभी के साथ Chaitra Purnima Vrat Katha PDF को शेयर किया है, उम्मीद है इसमें दी गई जानकारी आप सभी को बहुत पसंद आई होंगी| यदि आप भी चैत्र पूर्णिमा की पूजा करते है तो इस पोस्ट को जरुर शेयर करें|
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