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यह त्यौहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाता है और महाराष्ट्र में ही लोग इसे गुड़ी पड़वा के नाम से बुलाते है| वैसे भारत के अलग-अलग कोने में भी इस पर्व को मनाया जाता है जैसे गोवा, केरल, कर्णाटक और कश्मीर जैसे आदि लेकिन हर जगह इसे अलग-अलग नामों से जानते है| आमतौर पर यह महाराष्ट्र पर सबसे ज्यादा धूमधाम से मनाया जाता है|
यदि आप इस पर्व के बारे में अच्छे से जानना चाहते है तो नीचे दिए गए पीडीऍफ़ को जरुर डाउनलोड करें, उसमें हर एक चीज को बहुत ही बेहतरीन के साथ समझाया गया है|
PDF Name | गुड़ी पड़वा PDF |
Language | Hindi |
No. of Pages | 5 Pages |
Size | 93 KB |
Category | Religious |
Quality | Excellent |
Gudi Padwa PDF
इस दिन लोग विशेष रूप से पूजा करते है और भोग लगाते हैं| बहुत से लोगो का मानना है कि सम्राट शालिवाहन द्वारा शकों के पराजित करने के ख़ुशी में सभी लोग घरों में गुड़ी को लगाया था, इसलिए यह त्यौहार मनाते हैं| कोई इसे शिवाजी क्षत्रपति के विजय के याद के लिए भी मनाते हैं| सभी कोई ना कोई उद्देश्य से जरुर मनाते हैं|
माना जाता है कि इसी दिन ब्रम्हा ने ब्रामंड की रचना की थी, इसलिए गुड़ी को ब्रम्हध्व्ज भी कहा जाता हैं| शास्त्रों के अनुशार जिस घर में गुड़ी लगता है, उस घर में समृद्धि की बृद्धि होती हैं| और इस पावन अवसर पर सभी लोग गुड़ी का त्यौहार मानते हैं| बहुत सारे लोग इस त्यौहार को भगवान राम चन्द्र के घर लोटने के ख़ुशी में भी मनाते हैं|
महाराष्ट्र में इसे एक बाँस लेकर उसके ऊपर चाँदी, ताम्बे या पीतल का उल्टा कलस रखा जाता हैं और सुन्दर कपड़े से इसे सजाया जाता हैं| यह कपड़ा केसरिया रंग के साथ रेशम का लिया जाता है, फिर गुड़ी, नीम की पत्तियों और लाल फूलों से सजाया जाता हैं और इसे किसी ऊचें स्थान पर रखा जाता है, ताकि इसे दूर से भी देखा जा सकें| कोई तो इसे मुख्य द्वार के सामने ही लटका देता हैं| तो इस प्रकार से लोग गुड़ी को मानते है, यदि आपको ओर भी जानकारी चाहिए तो आप पीडीऍफ़ को डाउनलोड कर सकते हैं|
Download गुड़ी पड़वा PDF
नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक कर इस पीडीऍफ़ को फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं|
इस प्सोत के द्वारा हमने आप सभी के साथ Gudi Padwa PDF को शेयर किया है, उम्मीद है इसमें दी गई जानकारी आप सभीको बहुत पसंद आई होंगी| यदि आप भी गुड़ी पड़वा मनाते है तो इस पोस्ट को जरुर शेयर करें|
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