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इस कुंजिका में माँ दुर्गा के बारे में वर्णन किया गया है, और यह कुंजिका स्तोत्र देवी महात्म्य के अंतर्गत परम कल्याणी स्तोत्र है| इस पाठ को पूरी दुर्गा सप्तशती पाठ के बराबर माना जाता है, क्योंकि यह रुद्रयामल तंत्र के गोरी तंत्र भाग से लिया गया है|
कुंजिका का अर्थ होता है चाबी, अर्थात इस सिद्ध कुंजिका स्तोत्र से माँ दुर्जा के शक्ति को जागृत करने में मदत मिलती है| यह अत्यंत ही पवित्र स्तोत्र है|
Siddha Kunjika Stotram PDF
इस कुंजिका को जो भी व्यक्ति सच्ची सद्धा के साथ विषम परिस्थितियों में पाठ करते है, उसका सब दुःख और कष्ट ख़तम हो जाते है| और माता दुर्गा उनपर हमेशा नजर बनाएँ रखते है| इस पवित्र कुंजिका का पाठ सबको करनी चाहिए| यदि आप प्रतिदिन शाम के समय इस कुजिका का पाठ करते है तो आपसे सारी बुरी नजर हट जाएगी और आपके साथ सब कुछ अच्छा ही अच्छा होगा|
ऐसा होने से आपके मन में हमेशा अलग ही शांति मिलेगी और आपके मन में अलग ही उर्जा| यदि आप इस पाठ का अध्यन करना करना चाहते है और अध्यन करने के लिए पीडीऍफ़ चाहिए तो नीचे दिय गए डाउनलोड बटन की मदत से आप इसे निशुल्क में ही डाउनलोड कर सकते है|
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र अद्भुद स्तोत्र है और इसका प्रभव बहुत चमत्कारी है| यदि आप नवरात्री में नियमित रूप से इस पाठ को अध्ययन करते है तो अच्छी बात है या इसके अलवा भी नियमित रूप से सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करते है, तो इससे आपकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है|
वैसे तो सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करने से आपके हर ग्रह से जुडी हुई समस्या का सुधार हो सकता है, लेकिन खाश तोर पर यदि आपके कुंडली में बुद्ध ग्रह से सम्बंधित कोई समस्या है या बुद्ध की खराब दशा चल रही है या बुद्ध की वजह से जीवन में मुश्किल में आ गए है तो बुद्ध ग्रह के समस्याओं के समाधान के लिए आपको नियमित रूप से सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना चाहियें|
अर्थ मंत्र :-
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ! ॐ ग्लौ हुं क्लीं जूं स:
ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा ”
सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कैसे करें?
- शाम के समय या रात के समय अगर आप इसका पाठ करें यानी सूर्यास्त के आस-पास के समय में या रात को ग्यारह बजें से एक बजें के बीच में यदि इसका पाठ पाठ करें तो बहुत अच्छी बात है|
- माता दुर्गा का मूर्ति या चित्र रखें|
- उनके सामने घी का दीपक जलाये|
- इसके बाद आपको लाल रंग के आसन पर बेठना है|
- लाल वस्त्र धारण कर यदि आप इस सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ का अध्ययन करें तो यह ओर भी ज्यादा अच्छा माना जाता है|
- इसके बाद माता दुर्गा को प्रणाम कर संकल्प लेना है कि आप इस पाठ को किस उद्देश्य से पढ़ना चाहते है| जैसे धन के लिए, माता दुर्गा की कृपा के लिए, मन के लिए या शत्रु बाधा दूर करने के लिए आदि|
- इसके बाद सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें|
Siddha Kunjika Stotram PDF : Overview
PDF Name | Siddha Kunjika Stotram PDF |
Language | Sanskrit |
No. of Pages | 4 Pages |
Size | 69 KB |
Category | Religious |
Quality | Good |
Download Siddha Kunjika Stotram PDF
नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से आप इसे फ्री में डाउनलोड कर सकते है और मुसीबतों में इसे पढ़कर, मुश्किलों का सामना कर सकते है|
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