[PDF] गणेश जी की आरती | Ganesh Ji Ki Aarti PDF Free Download

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपलोगों के साथ Ganesh Ji Ki Aarti PDF को शेयर करने वाले है, जिसे आप निशुल्क में डाउनलोड करके गणेश भगवान की आरती को पढ़ सकते है|

श्री गणेश जी महादेव शिव और माता पार्वती का पुत्र है| और श्री गणेश की पत्नीं का नाम रिद्धि और सिद्धि है, जो विश्वकर्मा की दोनों पुत्री है| वैसे तो श्री गणेश भगवान के अनेकों नाम है, लेकिन 12 नाम प्रमुख नाम है, जो क्रमशः इस प्रकार है- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन।

श्री गणेश भगवान जी का समस्त देवी-देवताओं से पहले पूजा या स्मरण किया जाता है| अर्थात् जब भी किसी प्रकार का पूजा पाठ किया जाता है, सबसे पहले श्री गणेश भगवान की पूजा करते है या उन्हें स्मरण किया जाता है| जो भक्त श्री गणेश जी का सच्चा मन से पूजा या उनको मानते है, श्री गणेश जी उसका हर दुःख व कष्ट हर लेता है, इसीलिए गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता हैं|

इसीलिए आप भी प्रतिदिन श्री गणेश जी की सच्चे मन से उनकी आरती करें, और आपका दुःख, बाधाऔर सारे कष्ट हर लेंगे| तथा आपके घर में सुख और सौभग्य की वर्षा होंगी| यदि आप इसे डाउनलोड करना कहते है तो नीचें दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से निशुल्क में डाउनलोड कर सकते है|

Ganesh Ji Ki Aarti PDF

गणेश जी की इस आरती को काफी पवित्र माना जाता है| यदि आप यह आरती को प्रतिदिन करते है तो श्री गणेश भगवान आपके सारे दुःख और बाधा को हर लेंगे, और आपके घर में सिर्फ ख़ुशी और सौभग्य की वर्षा होगी| हमने नीचें गणेश जी की आरती का लिरिक्स दे दिया है, आप चाहों तो यहाँ से भी आरती को पढ़ सकते है|

गणेश जी का आरती लिरिक्स

॥ श्री गणेशजी की आरती ॥

जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

एकदन्त दयावन्त,चार भुजाधारी।

माथे पर तिलक सोहे,मूसे की सवारी॥ x2

(माथे पर सिन्दूर सोहे,मूसे की सवारी॥)

पान चढ़े फूल चढ़े,और चढ़े मेवा।

(हार चढ़े, फूल चढ़े,और चढ़े मेवा।)

लड्डुअन का भोग लगे,सन्त करें सेवा॥ x2

जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

अँधे को आँख देत,कोढ़िन को काया।

बाँझन को पुत्र देत,निर्धन को माया॥ x2

‘सूर’ श्याम शरण आए,सफल कीजे सेवा।

माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

(दीनन की लाज राखो,शम्भु सुतवारी।

कामना को पूर्ण करो,जग बलिहारी॥ x2)

जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।

माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

श्री गणेश जी का आरती विधि :

  • आरती शुरू करने से पहले तिन बार शंख बजाना है|
  • फिर आप आरती को आरंभ कर सकते है|
  • आरती गाते समय शव्दों का उच्चारण सही करना है|
  • आप घी या कपूर से भी आरती कर सकते है|
  • आरती संपन्न होते ही जयकारा लगाते हुए श्री गणेश जी से मंगलकामना करें|

Ganesh Ji Ki Aarti PDF : Overview

PDF NameGanesh Ji Ki Aarti PDF
LanguageHindi
No. of Pages1 Page
Size47 KB
CategoryReligious
QualityExcellent

Download गणेश जी की आरती PDF

नीचें दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से आप इसे फ्री में डाउनलोड कर सकते है और श्री गणेश जी की आरती को पढ़ सकते है|

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हमनें गणेश जी की आरती पीडीऍफ़ को शेयर किया है, उम्मीद है आप सभी को पसंद आयेगा| यदि यह पोस्ट आपके लिए हेल्फुल रही हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें| आपके मन में कोई भी सवाल होने पर हमें कमेंट करके बता सकते है|

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