[PDF] शिव तांडव स्तोत्र अर्थ सहित | Shiv Tandav Stotram PDF Free Download

आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपलोगों के साथ Shiv Tandav Stotram PDF को शेयर करने वाले है, जिसे आप नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से निशुल्क में डाउनलोड कर सकते है|

PDF NameShiv Tandav Stotram PDF
LanguageHindi & Sanskrit
No. of Pages5 Pages
Size139 KB
CategoryReligious
QualityExcellent

जब लंकापति रावण भगवान शिव को कैलाश सहित अपने नगरी लंका ले जा रहे थे| उस समय उसके मन में अपने शक्ति के प्रति खूब अहंकार होता है| महादेव को यह अहंकार पसंद नहीं आता है और वह अपने पैर के अंगूठे से थोरा दबाता है, जैसे ही महादेव हल्का दबाता है वैसे ही कैलाश जहा था वह फिर से पहुच जाता है| तब लंकापति रावण को अपनी अहंकार का आभाष होता है और महादेव से क्षमा मांगते है|

Shiv Tandav Stotram PDF

शिव तांडव स्तोत्रम् लंकापति रावण गाया है| जब महादेव रावण के अहंकार के कारण रावण से क्रोधित हो जाते है, तब रावण महादेव को खुश करने के लिए यह शिव तांडव स्तोत्रम् गाता है| यह भाषा काफी जटिल होता है पर महान विद्वान रावण ने इसे कुछ ही पलो में बना देता है|

शिव तांडव स्तोत्र से महादेव इतना खुश हो जाते है कि आशुतोष भगवान भोलेनाथ ने केवल रावण को सकल समृद्धि और सिद्धि से युक्त सोने की लंका ही वरदान के रूप में नहीं दी| अपितु सम्पूर्ण ज्ञान, विज्ञान तथा अमर होने का वरदान भी दिया| कहा जाता है कि शिव तांडव स्तोत्र सुनने मात्र से ही व्यक्ति को समृद्धि, संपत्ति अथवा शांति आदि की प्राप्ति होती है|

यह शिव तांडव स्तोत्र बहुत ही शक्तिशाली और पवित्र है, इसका लाभ जरुर लें| माना जाता है कि जो भी इसे श्रद्धा के साथ पाठ करते है, उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है और महादेव की विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती है|

यदि आप शिव तांडव स्तोत्र को उसके अर्थ सहित पूरा पढ़ना चाहते है तो नीचें दियें गए डाउनलोड बटन की मदत से फ्री में डाउनलोड कर सकते है| हमने पीडीऍफ़ में हर एक स्तोत्र का मतलब अच्छे से समझाने की कोशिश की है, उम्मीद है आप सभी को पसंद आएगी|

शिव तांडव स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

नीचे दिए गए विधि को पढ़कर आप आसानी से इसका पाठ करना सिख सकते है|

  • सबसे पहले आपकों प्रात: काल में उठकर स्नान करनी है|
  • फिर आपको सूखे और स्वच्छ वस्त्र धारण करना है|
  • आपको भगवान शिव का मूर्ति या तस्वीर को स्थापित करनी है|
  • यदि आप व्रत रखे है तो व्रत का संकल्प लेके भगवान शिव का पूजा करें|
  • फिर आप यह पाठ पढ़ सकते है|

Shiv Tandav Stotram: Overview

जटा टवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग मालिकाम्।
डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम् ॥१॥

जटाकटा हसंभ्रम भ्रमन्निलिंपनिर्झरी विलोलवीचिवल्लरी विराजमानमूर्धनि।
धगद्धगद्धगज्ज्वल ल्ललाटपट्टपावके किशोरचंद्रशेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम: ॥२॥…..

यह पाठ पीडीऍफ़ में बहुत अच्छे से दिया गया है, आप वही से डाउनलोड करके अच्छे से पढ़ सकते है|

Download शिव तांडव स्तोत्र PDF

नीचे दिए गए डाउनलोड बटन की मदत से आप शिव तांडव स्तोत्र के पीडीऍफ़ को बिलकुल निशुल्क में डाउनलोड कर सकते है, और इसे सुनकर अपना भला कर सकते है|

आज के पोस्ट के माध्यम से हमने शिव तांडव स्तोत्रम् के पीडीऍफ़ को शेयर किया है, उम्मीद है आप सभी को यह बहुत ज्यादा पसंद आयेगा| यदि यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल रही हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें| आपके मन में किसी भी तरह का सवाल हो तो हमें कमेंट करके बता सकते है|

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